
Narendra Modi हमारे देश के 15 वें Prime minister है। उन्होंने 26 May 2014 को India के Prime Minister के रूप में शपथ ग्रहण किया था।
narendra modi ka pura naam नरेंद्र दामोदर दास मोदी है। इनका जन्म 17 September 1950 को Gujrat के मेहसाना जिला के वडनगर में हुआ था।इनके पिताजी का नाम दामोदर दास मूलचंद मोदी है। इनकी माता का नाम हीराबेन मोदी है। ये अपने 6 भाई – बहनों में तीसरे स्थान पर है।
इनके बचपन का नाम ऐंडी था। इनका विवाह 1968 में यशोदा बेन के साथ हुआ था। हालाँकि कुछ वर्षो बाद दोनों अपनी स्वेच्छा से अलग हो गए।
Narendra Modi Education Qualification
इनका जन्म गुजरती परिवार में हुआ था। ये अपने पापा के साथ चाय का stall लगाते थे और Railway Station पर घूम घूम का चाय बेचा करते थे। बाद में इन्होंने खुद का दुकान खोला।
आठ साल की उम्र में ये राष्ट्रीय स्वंम सेवक संघ (RSS) से जुड़े। युवास्था में आने के बाद इन्होने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र संगठन Join किया।
कुछ वर्षो बाद ये अपने घर को त्याग किया और लगभग 2 वर्षों तक India के अनेक धार्मिक स्थलों का भ्रमण किया। लगभग सन 1969 या 1970 में घर लौट आये और अहमदाबाद में रहने लगे।
सन 1978 में Delhi University से Bachelor की Degree ली। और सन 1983 में Gujarat से राजनितिक विज्ञान में M.A. की degree हासिल की।
सन 1975 में जब देश में आपातकाल की घोषणा हुई तब राष्ट्रीय स्वंम सेवक संघ (RSS) को बैन कर दिया गया। उस समय Narendra Modi छुप – छुप कर संघ का काम करते रहे। इनके ऊपर स्वामी विवेकानन्द का गहरा प्रभाव रहा है।
राजनितिक सफर
सन 1985 में ये भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जुड़ गए। अपनी Party को मजबुत बनाने के लिए मोदी ने अनेक सराहनीय कार्य किये।
Gujarat में शंकर सिंह बाघेला की शानदार जीत में मोदी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। April 1990 में जब केंद्र में मिली-जुली सरकार दौर शुरू हुआ तो मोदी की मेहनत रंग लाई और गुजरात में 1995 के विधानसभा चुनाव में BJP ने अपने बलबूते दो – तिहाई बहुमत प्राप्त कर सरकार बनाई।
जब लाल कृष्ण आडवाणी ने सोमनाथ से अयोध्या तक की रथयात्रा निकली , उसमे Narendra modi रथयात्रा में सारथी की भूमिका निभाई। इसके अलावा जब मुरली मनोहर जोशी ने उत्तर भारत से लेकर कन्याकुमारी तक रथयात्रा निकली उसमे अगवानी भी Narender modi ने ही किया।
सन 1995 में नरेंद्र मोदी को राष्ट्रीय मंत्री बनाया गया। सियत से पाँच प्रमुख राज्यों में पार्टी संगठन का काम किया।
इनके काम से खुश हो कर पार्टी के लोगो ने सन 1998 में मंत्री से महामंत्री बना दिया। जहाँ वो 2001 तक महामंत्री का काम किया।
सन 2001 में शंकर सिंह बघेला ने पार्टी से त्याग पत्र दे दिया , जिसके परिणाम स्वरुप केशुभाई पटेल को Gujarat का Chief minister बनाया गया और नरेंद्र मोदी को Delhi बुलाकर पार्टी का सचिव बनाया गया।
इसी समय Gujarat के भुज में भूकंप से भारी जान – माल का नुकसान हुआ तथा केशुभाई पटेल की बीमारी से परेशान होकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मोदी को उप-मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया।इस प्रस्ताव को नरेंद्र मोदी ने ठुकरा दिया और अटल बिहारी बाजपेयी से कहा की ” अगर Gujarat की जिम्मेदारी देनी है तो पूरी दे , अन्यथा न दे “
तब 7 October 2001 को नरेंद्र मोदी को गुजरात के 14 वे प्रधान मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। नरेंद्र मोदी ने राजकोट विधानसभा से चुनाव लड़ा और कॉंग्रेस पार्टी के अश्वनी मेहता को 14728 मतों से पराजित कर ऐतिहासिक जीत हासिल की।
नरेंद्र मोदी विवादों में फँसे
Gujarat के मुख्यमंत्री बनने के बाद , नरेंद्र मोदी के साथ एक घटना घटी। 27 February 2002 को अयोध्या से गुजरात लौट रहे कारसेवको को गोधरा स्टेशन पर खड़ी Train में मुसलमानों की हिंसक भीड़ द्वारा आग लगा कर जिन्दा जला दिया गया। इस हादसे में 59 कारसेवक मरे गए।
जिसके परिणामस्वरुप हिन्दू – मुस्लिम दंगे भड़क उठे। गुजरात में अराजकता का माहौल उत्पन हो गया। न्यूयार्क टाइम्स पत्रिका ने मोदी सरकार को जिम्मेदार माना और त्यागपत्र की मांग की।
नरेंद्र मोदी ने Gujarat की दसवीं विधानसभा भंग करते हुए अपना त्यागपत्र राज़्यपाल को सौंप दिया तथा राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। और पुनः BJP ने विधानसभा की कुल 182 सीटों में से 127 सीटों पर अपना जीत का परचम लहराया।
वर्ष 2009 में supreme Court ने विशेष जाँच दल का गठन किया ताकि , निष्पक्ष जाँच हो की गोधरा कांड में Narendra modi का हाथ तो नहीं।
December 2010 में High Court में विशेष जाँच दल (SIT) ने अपना Report प्रस्ताव किया की Narendra Modi के खिलाफ कोई ठोस सबुत नहीं मिला।
Times Of India
Times of india पत्रिका ने February 2001 में यह आरोप लगाया की सबूत को छुपाया गया है। अतः सबूत न मिलने के कारण Narendra Modi को अपराध से मुक्त नहीं किया जा सकता है।
Indian Express
Indian Express ने लिखा की भले ही सबूत न मिला हो लेकिन उन्हें अपराध से अलग नहीं किया जा सकता है।
The Hindu
The Hindu की प्रकाशित Report में यह बात सामने आई की Narendra Modi ने ना सिर्फ भयंकर त्रासदी पर पानी फेरा है अपितु प्रतिक्रिया स्वरुप उत्पन्न गुजरात के दंगो में मुस्लिम उग्रवादिओं के मारे जाने को भी उचित ठहराया।
इसके बाद काफी विवाद हुआ और फिर सुप्रीम कोर्ट ने बिना कोई फैसला दिए अहमदाबाद के ही एक मजिस्ट्रेट को इसके निष्पछ जाँच करके अविलम्ब निर्णय सुनाने का आदेश दिया।
April 2012 में एक अन्य विशेष जाँच दल ने फिर यह बात दोहराया की यह बात तो सच है की ये दंगे भीषण थे परन्तु नरेंद्र मोदी का इन दंगो में कोई भी प्रत्यक्ष हाथ नहीं था।
7 मई 2012 को उच्तम न्यायालय द्वारा नियुक्त विशेष जज रामचंद्रन ने यह रिपोर्टपेश की की गुजरात के दंगों के लिए नरेंद्र मोदी पर भारतीय दण्ड संहिता की धारा 153 A व् 153 B , 166 तथा 505 (2) के अंतर्गत विभिन विभिन समुदायों के बिच वैमनस्य फ़ैलाने के अपराध में दण्डित किया जा सकता है।
हालाँकि रामचंद्रन की इस report पर विशेष जाँच दल ने आलोचना करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण व् पूर्वाग्रह से परिपूर्ण एक दस्तावेज बताया।
26 July 2012 को नई दुनिया के संपादक शाहिद सिद्धिकी को दिए गए Interview में Narendra Modi ने यह कहा की –
“2004 में मैं पहले भी कह चूका हूँ , की 2002 के साम्प्र्दायिक दंगों के लिए मै क्यूँ माँफी माँगूँ ? यदि मेरी सर्कार ने ऐसा किया है तो उसके लिए मुझे सरेआम फाँसी दे देनी चाहिए।
गुजरात की जनता का मोदी पर बहुत विस्वास ही था , जिसके कारण वहाँ की जनता ने उन्हें 7 October 2001 से लेकर 22 may 2014 तक चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में चुना।
पर्यटन का विस्तार
नरेंद्र मोदी ने पर्यटन को बढ़ावा दिया है। उन्होंने विश्व का सबसे ऊँचा मूर्ति Statue Of Unity का निर्माण करवाया है। इसके अलावा नरेंद्र मोदी ने 22 August 2003 को पर्सर देशभक्त श्याम जी कृष्ण वर्मा व उनकी पत्नी भानुमति की अस्थियों को भारत की स्वतंत्रता के 55 वर्ष बाद स्विस सरकार से अनुरोध करके जिनेवा से वापस मंगवाया।
मांडवी (उनके जन्म स्थान) में “क्रान्ति तीर्थ ” के नाम से पर्यटन स्थल बनाकर उनकी स्मृति को संरछण प्रदान किया। इस स्मृति को 13 दिसंबर 2010 को नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को समर्पित किया।
गुजरात में विकास योजनाएँ
गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने कुछ महत्वपूर्ण योजनाएँ प्रारंभ की और उसे कार्यरूप दिया।
- पंचामृत योजना – राज्य के एकिकृत विकास के लिए पंचामृत योजना चालू किया।
- सुजलाम सुफलाम योजना – राज्य के जलस्रोतों का उचित व समेकित उपयोग , जिससे जल की बर्बादी को रोका जा सके।
- कृषि महोत्स्व – उपजाऊँ भूमि के लिए शोध प्रयोगशालाएँ।
- चिरन्जीवीं योजना – नवजात शीशु की मृत्युदर में कमी लाने हेतु।
- मातृ – वंदना – जच्चा – बच्चा की स्वास्थ की रक्षा हेतु।
- बेटी बचाओ – भ्रूण हत्या व लिंगानुपात पर अंकुश लगाने हेतु।
- ज्योतिग्राम योजना – प्रत्येक गाँव में बिजली पहुँचाने हेतु।
- कर्मयोगी अभियान – सरकारी कर्मचारियों में अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठा जगाने हेतु।
- कन्या कलावणी योजना – महिला साक्षरता व शिक्षा के प्रति जागरूकता।
- बालभोग योजना – निर्धन छात्रों को School में दोपहर का भोजन।
मोदी का वन – बन्धु विकास कार्यक्रम :-
इन सब योजनाओं के अतिरिक्त मोदी ने आदिवासी व वनवासी क्षेत्र के विकास हेतु गुजरात राज्य में वनबन्धु विकास हेतु एक अन्य दस सूत्री कार्यक्रम भी बनाये है –
- पाँच लाख परिवारों को रोजगार
- उच्चतर शिक्षा की गुणवक्ता
- आर्थिक विकास
- स्वास्थ्य
- आवास
- साफ स्वच्छ पेय जल
- सिंचाई
- समग्र विधुतीकरण
- प्रत्येक मौसम में सड़क मार्ग की उपलब्धता
- शहरी विकास
लोकसभा 2014 में प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी का चुनाव
नरेंद्र मोदी को 3 September 2013 को संसदीय बोर्ड की बैठक में लोकसभा के चुनाव में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने घोसणा की।
प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनने के बाद इनकी पहली रैली हरियाणा प्रान्त के रेवाड़ी शहर में हुई थी।
सन 2014 में इन्होंने सांसद प्रत्यासी के रूप में दो लोकसभा सीट वाराणसी और वडोदरा से चुनाव लड़ा और अभूतपूर्व सफलता हासिल की।
प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी की विशेषताएं
- नरेंद्र मोदी को विकास पुरुष के नाम से जाना जाता है।
- ये देश के सबसे लोकप्रिय नेता है।
- स्वतंत्र भारत में जन्मे प्रथम प्रधानमंत्री है।
- Micro Blogging sight Twitter पर इनके सबसे ज्यादा Follower (4.7) करोड़ है।
- इन्हे नमो नाम से भी जाना जाता है।
- ये गुजराती तथा हिन्दी भाषा के कवि है।
- Time पत्रिका ने Person Of The Year 2013 में 42 उमीदवारों की सूची में इन्हें शामिल किया गया।
नरेंद्र मोदी को दिया गया Award
- April 2016 में नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के उच्चतम नागरिक सम्मान ‘अब्दुल अजीज अल सऊद ” के आदेश से सम्मानित किया गया है।
- जून 2016 में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने नरेंद्र मोदी को अफगानिस्तान के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार “अमीर अमानुल्ला खान ” Award से सम्मानित किया।
- सितम्बर 2018 में “चैंपियन्स ऑफ द अर्थ “अवार्ड से सम्मानित किया।
नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल के कुछ खास बातें
- भ्रस्टाचार से सम्बंधित विशेष जाँच दल की स्थापना।
- योजना आयोग की समाप्ति की घोषणा।
- समस्त भारतीयों के अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा में समावेशन हेतु प्रधानमंत्री जन – धन योजना का आरंभ
- रक्षा उत्पादन में विदेशी निवेश की अनुमति।
- 45 % का कर देकर काला धन घोषित करने की छूट।
- सातवें केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों की स्वीकृति।
- रेल बजट प्रस्तुत करने की प्रथा की समाप्ति।
- काले धन तथा समानान्तर अर्थव्यवस्था को समाप्त करने के लिए 8 नवम्बर 2016 से 500 और 1000 के प्रचलित नोटों को अमान्य करना।
- 29 सितम्बर 2016 को नियन्त्रण रेखा पर सर्जिकल स्ट्राइक।
- सीमा पर चीन की मनमानी का कड़ा विरोध और प्रतिकार (डोकलाम विवाद)
घरेलू नीति
- हमारे NGO का पंजीकरण रद्द करना।
- अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय को अल्पसंख्यक विश्वविद्यालय न मानना।
- तीन बार तलाक कहकर तलाक देने के विरुद्ध निर्णय।
- जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में दिल्ली में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर लगाम।
- GST (Goods Service Tax) लागू करना।
नरेन्द्र मोदी के बारे में लिखित पुस्तकें
- कुशल सारथी नरेंद्र मोदी (लेखक डॉ. भगवान अंजनीकर)
- दूरद्रसटा नरेंद्र मोदी (पंकज कुमार)
- Pm Modi – एक आस्वासक नेतृत्व (लेखक -डॉ. रविकांत पागनीस , शशिकला उपाद्ये )
- नरेंद्र मोदी – एक झंझावात (लेखक -डॉ.दामोदर)
- नरेंद्र मोदी का राजनैतिक सफर (तेजपाल सिंह)
- Narendra Modi :The Man The Times (निलंजन मुखोपाध्ये )
- Modi’s world : Expanding Sphere of इन्फ्लुएंस ( सी. राजामोहन )
- Speaking the Modi (वीरेन्द्र कपुर)
- स्वप्रेर फेरावल (बंगाली लेखक , पत्रकार सुजीत रॉय)
- नरेन्द्रायण – व्यक्ति ते समष्टि , एक आकलन (मराठी लेखक -डॉ. गिरीश दाबके )
- नरेंद्र मोदी : एका कर्मयोग्याची संघर्षगाथा (लेखक विनायक आंबेकर )
- मोदीच का (भाऊ तोरसेकर)
- एक्जाम वारियर्स
- The Namo Story, A Political Life
नरेंद्र मोदी द्वारा लिखी गई कुछ पुस्तकें
- सेतुबन्ध
- आँख का धन्य छे
- कर्मयोग
- आपातकाल में गुजरात
- एक भारत श्रयेसठ भारत
- ज्योतिपुंज
नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई कुछ योजनाएँ
वैसे तो नरेंद्र मोदी ने 48 योजनाओ की शुरुआत की हैं। जिनमें निम्न है –
- Digital India – इसकी शुरुआत August 2014 में Digital India project से हुई।
- प्रधानमंत्री जन – धन योजना – इस योजना के अंतर्गत गरीब लोगो को Zero Balance में Bank Account खोलने की सुविधा दी गई है। यह योजना बहुत सफल हुई।
- स्वच्छ भारत अभियान – इसकी शुरुआत 2 अक्टूबर 2014 में महात्मा गाँधी के सपनो का भारत के रूप में शुरुआत की हुई।
- Make In India – इस योजना के तहत सरकार ने देश में Production को बढ़ावा देने के लिए की गई। इनमे विदेशी Company Invest कर सके और नौकरी में इजाफा हो।
- सांसद आदर्श ग्राम योजना
- अटल पेंशन योजना
- आवास योजना
- जीवन ज्योति बिमा योजना
- सुरक्षा बीमा योजना
- कृषि सिचांई योजना
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
- प्रधानमंत्री जन औषधि योजना
- किसान विकास पत्र
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना
- मिशन इंद्रधनुष
- दीनदयाल उपाद्याय ग्राम ज्योति योजना
- दीनदयाल उपाद्याय श्रम ज्योति योजना
- अटल रेजूवेनेशन और अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन
- स्वदेश दर्सन और प्रसाद योजना
- National Heritage City Development And Augmentation Scheme
- राष्ट्रीय बाल स्वछता अभियान
- one Rank one pension
- smart city Scheme
- गोल्ड मोनेटाइजेशन scheme
- Start Up India Stand Up India
- इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट योजना
- श्यामा प्रसाद मुखर्जी अर्बन मिशन
- सागरमाला प्रोजेक्ट
- प्रकाश पथ
- विकल्प स्कीम
- राष्ट्रीय खेल प्रतिभा खोज योजना
- उज्जवल डिस्कॉम असुरेन्स योजना
- राष्ट्रीय गोकुल मिशन
- प्रधानमंत्री उज्जवल योजना
- निति आयोग
- प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना
- नमामि गंगे प्रोजेक्ट
- सेतु भारतम प्रोजेक्ट
- कौशल विकास योजना
- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण
- सुकन्या समृद्ध योजना
- डीजी लॉकर स्कीम
- ई – बस्ता पोर्टल
- आयुष्मान भारत योजना
- प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन पेंशन योजना
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान विधि योजना
Some Frequently Asked Question
नरेंद्र दामोदर दास मोदी
दामोदर दास मूलचंद मोदी
हीराबेन मोदी
यशोदा बेन
5 Feet 7 Inch
Master In Political Science
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